कोटा. नया साल कोचिंग सिटी कोटा के लिए काल बनकर आया है. साल 2025 के पहले महीने में महज 11 दिन में चार कोचिंग स्टूडेंट ने मौत को गले लगा लिया है. कोटा में पढ़ाई के शोर से ज्यादा सुसाइड करने वाले स्टूडेंट्स के परिजनों की चित्कारें सुनाई दे रही हैं. शनिवार को एक और कोचिंग स्टूडेंट ने फांसी का फंदा लगाकर जिंदगी को अलविदा कह दिया. यह छात्र अपने परिवार का इकलौता वारिस था. बेटे की मौत के बाद उसका पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है.
मौत को गले लगाने वाला यह चौथा कोचिंग स्टूडेंट मनन कोटा से सटे बूंदी जिले के इन्द्रगढ़ का रहने वाला था. वह इंजीनियर बनने का सपना लेकर कोटा आया था. उसने परीक्षा से महज चार दिन पहले शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मनन की मौत की खबर मिलते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया. मनन पढ़ाई में बहुत इंटेलिजेंट था, वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया है.
एक ही दिन में दो स्टूडेंटस के शवों का हुआ पोस्टमार्टम
कोटा में शनिवार को दो कोचिंग स्टूडेंट के शवों को पोस्टमार्टम करवाया गया. बूंदी के कोचिंग स्टूडेंट मनन के साथ ही ओडिसा के एक स्टूडेंड अभिजीत के शव का भी पोस्टमार्टम करवाया गया. उसने शुक्रवार को मौत को गले लगाया था. ओडिसा के छात्र के परिजन शनिवार को कोटा पहुंचे. एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में बेटे का शव देखकर परिजनों का कलेजा फट पड़ा. पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने सिस्टम पर भी कई बड़े सवाल खड़े किए.