आने वाले दिनों में आम आदमी का किचन का बजट महंगा (FMCG Products Price Hikes) हो सकता है, क्योंकि एफएमसीजी कंपनियां चाय, साबुन और बॉडी वॉश समेत कुछ प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा सकती है. दरअसल, कमोडिटी की कीमतों में अस्थिरता के चलते फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनियों ने इन सामानों में अधिक कीमतों में बढ़ोतरी की चेतावनी दी है. क्रूड पाम ऑयल, जिसका इस्तेमाल साबुन, शैंपू, डिटर्जेंट, सौंदर्य प्रसाधन और खाद्य उत्पादों में किया जाता है, इसके दामों में वॉलेटिलिटी देखने को मिल रही है, और पाम ऑयल की कीमतों (Palm Oil Prices) में बढ़ोतरी का हवाला देकर कंपनियां रोजमर्रा के जरूरी सामानों की कीमतों में वृद्धि करने की योजना बना रही है.
देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने तीसरी तिमाही के नतीजे पेश किए. इसमें कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में पाम ऑयल की कीमतें साल-दर-साल 40% बढ़ी हैं. चाय की कीमतें साल-दर-साल 24% बढ़ीं, लेकिन उसी अवधि में क्रमिक रूप से 7% कम हुईं.
कंपनी ने कहा- अब बढ़ानी पड़ेंगी कीमेतें
HUL और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (GCPL) जैसी कंपनियां पहले ही दिसंबर तिमाही में कीमतें बढ़ा चुकी हैं. वहीं, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, जो हेयर कलर और हैंड वॉश के अलावा सिंथॉल और गोदरेज साबुन बनाती है, ने कहा कि कच्चे माल की बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए वह अपने वॉशिंग प्रोडक्ट्स के प्राइस में बदलाव करने जा रही है.
इसके अलावा, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने कहा कि पहले कुछ सामानों के दाम में वृद्धि हुई और और भी इनमें बढ़ोतरी हो सकती है. उधर, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने अपनी तिमाही नतीजों में कहा, “पाम डेरिवेटिव्स में मुद्रास्फीति के कारण कंपनी पर लागत को लेकर दबाव बना हुआ है; पूरे पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण मूल्य वृद्धि हुई है इसकी वजह से अगले कुछ महीनों तक कंपनी के मार्जिन पर दबाव बना रहेगा.”