प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महीने होने वाले अमेरिकी दौरे को फाइनल करने को लेकर भारत और अमेरिका मिलकर तेजी से काम कर रहे हैं. यह यात्रा फ्रांस में 10-11 फरवरी को होने वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक्शन समिट के बाद हो सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 27 जनवरी को टेलीफोन पर हुई बातचीत में इस दौरे पर चर्चा हुई थी. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए इस यात्रा की योजना बनाई जा रही है. यात्रा की तारीखों पर अंतिम निर्णय जल्द लिया जाएगा.
ट्रंप 2.0 में भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगी नई मजबूती
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती देने के लिए अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. पीएम मोदी ट्रंप के दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल में व्हाइट हाउस जाने वाले पहले विदेशी नेताओं में से एक होंगे.
श्रृंगला ने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ व्यापारिक और रणनीतिक मसलों पर आगे बढ़ने का यह उपयुक्त समय है. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप के पास इस बार एक स्वतंत्र और मजबूत जनादेश है. उनके इस कार्यकाल में भारत-अमेरिका संबंधों को और अधिक मजबूती मिलने की संभावनाएं प्रबल हैं.’
मोदी-ट्रंप की ‘स्पेशल केमिस्ट्री’ फिर दिखेगी
श्रृंगला ने आगे कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच विशेष तालमेल है. ‘हाउडी मोदी’ (ह्यूस्टन, 2019) और ‘नमस्ते ट्रंप’ (अहमदाबाद, 2020) जैसे बड़े आयोजन इस गहरी मित्रता के प्रमाण हैं.
ट्रंप के भारत दौरे की भी संभावनाएं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस वर्ष भारत आने वाले हैं, जहां वह क्वाड समिट में भाग लेंगे. विशेषज्ञों के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों की नींव और मजबूत होगी, जो ट्रंप की भारत यात्रा का भी रास्ता खोलेगी.’
भारत-अमेरिका संबंधों में यह यात्रा एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकती है. अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा कब आधिकारिक रूप से घोषित की जाती है