अमेरिका का कोई भरोसा नहीं. वह कब किससे दोस्ती और कब दुश्मनी कर ले, कोई नहीं जानता. चीन और रूस से उसकी अदावत पुरानी है. पर ट्रंप अब पुतिन और चीन से यारी बढ़ा रहे हैं. मकसद तो वह खुद ही जानते होंगे. ट्रंप राज में अमेरिका और भारत की दोस्ती भी किसी से छिपी नहीं है. ट्रंप ने पहले कार्यकाल में भारत से अच्छी दोस्ती निभाई. इस बार भी वह दावा तो ऐसा ही कर रहे हैं. पर उनका एक्शन में यह दिख नहीं रहा. अमेरिका की भारत से यारी दिखावा दिख रहा है. वजह है टैरिफ. जी हां, एक ओर वह भारत को अच्छा दोस्त बताते हैं, दूसरी ओर वह भारत पर टैरिफ की धमकी देते हैं. ऐसे ही मौकों पर हमें समझ आता है कि हमारा पक्का यार तो रूस ही है. रूस ही हमारा ऐसा पकिया यार है जो हर वक्त भारत के साथ खड़ा रहता है. भारत भी उसके मुश्किल घड़ी में खड़ा रहा है. चाहे वह अमेरिका का प्रतिबंध का वक्त हो या यूक्रेन संग जंग.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत का अगर कोई पक्का वाला दोस्त है तो वह है रूस. उधर यूक्रेन जंग पर पुतिन को ट्रंप झांसे में लेने की कोशिश में जुटे हैं. इधर होली से पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस से अपनी दोस्ती का रंग और गाढ़ा करने में जुटे हैं. जी हां, गुरुवार को साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-रूस द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति पर चर्चा की.
रूस और यूक्रेन का युद्ध कैसे खत्म हो, इस पर भी दोनों देशों के विदेशमंत्री के बीच बातचीत हुई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के उपाय सुझाए. जयशंकर दो दिन के दौरे पर दक्षिण अफ्रीका गए हैं. उन्हें G20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेना है.
रूसी विदेश मंत्री लावरोव संग मुलाकात वाली तस्वीरें एस जयशंकर ने अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘जोहान्सबर्ग में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलकर खुशी हुई.’ दोनों के बीच क्या-क्या बातची हुई, इसका विवरण भी दिया. उन दोनों ने भारत-रूस द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की. यानी दोनों देश एक-दूसरे के सहयोग से कैसे और आगे बढ़ सकते हैं, इस पर बात हुई.
इतना ही नहीं, जयशंकर और लावरोव ने यूक्रेनजंग से जुड़े हालिया घटनाक्रम पर चर्चा की, जिसमें रियाद बैठक भी शामिल है. रियाद में पुतिन और ट्रंप के प्रतिनिधि मिले थे और यूक्रेन जंग पर शांति की कवायद पर बातचीत हुई है. सोशल मीडिया पर कई वीडियो में जयशंकर और लावरोव हाथ मिलाते हुए देखे गए.