नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सवाल किए जाने का बचाव करते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि हमें किसी से बदले की भावना नहीं है। राहुल गांधी ने भाषण में जो कहा वह उनके विचार से कुछ नहीं था, बल्कि उन्होंने अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग शोध पत्र द्वारा लगाए गए आरोपों और दावों के आधार पर अपनी टिप्पणी की है।
उन्होंने ये भी कहा कि संविधान के अनुच्छेद 105 के अनुसार, हम संसद में अपने विचार बिना फिल्टर किए रख सकते हैं। यह दुख की बात है कि राहुल गांधी के विचारों को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। राहुल गांधी के मन में किसी से बदले की भावना नहीं है। मुझे ऐसा लगता है कि यह नई संसद है, मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं है; विपक्ष बोल नहीं सकता। मुझे लग रहा है कि संसद भी काम करना बंद कर देगी।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को लोकसभा में कहा था कि राहुल गांधी ने सदन में अपनी बात रखकर सही जगह वार किया है जिससे पूरी भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ खड़ी हो गई है। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि राहुल गांधी ने भाजपा को ‘पप्पू’ बना दिया है।
चौधरी ने कहा था, पहली बार ढिंढोरा पीटा जा रहा है कि भाजपा ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बना दिया। क्या यह सियासी फसल उगाने के लिए हुआ? पहले राष्ट्रपति की जाति, धर्म की बात कभी नहीं हुई। हम तो प्रधानमंत्री को ओबीसी की बात नहीं करते, हम प्रधानमंत्री बोलते हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ऐसा लगता है कि सब कुछ राहुल बनाम भाजपा हो गया है। प्रधानमंत्री से पहले सारे ब्रिगेडियर को तैनात किया गया। उससे लगता है कि राहुल गांधी ने सही जगह वार किया। उनका तीर सही जगह लगा है। राहुल गांधी ने आपको पप्पू बना दिया।