नईदिल्ली। दिल्ली के लेफ्टिनेंट-गवर्नर विनय कुमार सक्सेना ने निजी बिजली वितरण कंपनी (डिस्कॉम) के बोर्ड में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों को वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ रिप्लेस कर दिया है। एलजी सक्सेना की तरफ से ये कदम उनके चयन को ‘घोर अवैध’ करार देने के कुछ दिनों बाद उठाया गया है। आप प्रवक्ता जैस्मीन शाह और आप सांसद एनडी गुप्ता के बेटे नवीन एनडी गुप्ता को निजी डिस्कॉम बोर्ड से हटा दिया गया है और उनकी जगह वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। उन्होंने अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली डिस्कॉम के बोर्डों पर निजी प्रतिनिधियों के साथ सहयोग किया और सार्वजनिक खजाने की कीमत पर उन्हें 8,000 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया।
वित्त सचिव, बिजली सचिव और दिल्ली ट्रांसको के एमडी अब इन डिस्कॉम पर सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे, जिसमें अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली बीएसईएस (बॉम्बे सबअर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई) यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) और बोंगाईगांव रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (बीआरपीएल) शामिल हैं। मुख्यमंत्री के रूप में शीला दीक्षित के कार्यकाल के बाद से नियमित अभ्यास के अनुसार जब ये डिस्कॉम अस्तित्व में आए। बता दें कि दिल्ली में प्राइवेट डिस्कॉम कंपनियां अनिल अंबानी की बीवाईपीएल, बीआरपीएल, टाटा की एनडीपीडीसीएल बिजली वितरण करती है।