अगरतला। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने आखिरी चरण में है। सत्तारूढ़ भाजपा के अलावा विपक्षी दल भी लगातार चुनाव प्रचार में अपना दम दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। दोबारा सत्ता में वापसी के लिए भाजपा पूरी मेहनत भी कर रही है। इन सब के बीच त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने न्बातचीत में बताया है कि आखिर राज्य में डबल इंजन की सरकार की जरूरत क्यों है। अपने बयान में माणिक साहा ने कहा कि अगर एक ही पार्टी की सरकार होती है तो कुछ भी चीज़ मांगने में आसानी हो जाती है।
इसके साथ ही साहा ने कहा कि मैंने पहले भी देखा था कि केंद्रीय मंत्रियों से मिलने में बहुत मुश्किल होती थी। अगर एक ही सरकार होगी तो समय भी तुरंत मिल जाता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं था और जनता इसको समझती भी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट (सरकार) को लोकतांत्रिक तरीके से हटाना भारत के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार हुआ है। इस वजह से भी त्रिपुरा जरूरी है। इतने लोगों को अपने जीवन का बलिदान देना पड़ा और ऐसा फिर से न हो इसलिए हमारे पार्टी के नेता भी चिंतित रहते हैं।
ग्रेटर टिपरालैंड को लेकर पूछे गए सवाल पर भी उन्होंने बड़ी बात कही है। त्रिपुरा के ष्टरू ने कहा कि मैंने बार-बार कहा कि ग्रेटर टिपरालैंड की सीमा कहां है? कभी बोलते हैं कि यह बांग्लादेश में है, कभी बोलते हैं कि असम, मिज़ोरम में कुछ हिस्सा है। अगर हम इसपर बात करना चाहते हैं तो कहा जाता है कि यह भाषाई और सांस्कृतिक पर है। वे ठीक से इसको परिभाषित नहीं कर पा रहे हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह लोग (कांग्रेस, वाम दल) पारंपरिक राजनीति कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी राजनीति ही बदल दी है। किन लोगों के साथ रहने से कितने मतदान मिलेंगे यह लोग उसी में लगे हैं, लेकिन क्चछ्वक्क सबके लिए काम करती है।