बेंगलुरु। बेंगलुरु में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चंदन सिंह वायु सेना कन्वेंशन सेंटर में वार्षिक रक्षा नवाचार कार्यक्रम मंथन 2023 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में स्टार्ट-अप को लेकर पिछले कुछ वर्षों में जो वातावरण बना है वह हमारे युवाओं के लिए वह किसी वरदान से कम नहीं है। रक्षा मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि 7-8 साल पहले देश में स्टार्ट अप की संख्या उंगलियों पर गिनी जा सकती थी लेकिन आज इनकी संख्या लगभग एक लाख तक पहुंचने वाली है। उन्होंने कहा कि पहले एक कहावत कही जाती थी, कि ‘नया नौ दिन का, पुराना सौ दिन का।’ पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोज़ाना नए होते नवाचार ने, इस कहावत को कहीं पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश, युवाओं को अगर कुछ नया सोचने, और कुछ नया कर दिखाने के लिए support कर रहा है, तो इसका कोई छोटा मतलब नहीं है। इसका बस यह मतलब नहीं है कि हमारे युवा अपने पैरों पर खड़े हो जाएं या हमारे युवाओं को रोजगार मिल जाए बल्कि इससे कहीं अधिक है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि स्टार्ट अप मंथन, भारतीय रक्षा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के विकास की यात्रा का एक शानदार उत्सव है। यह हमारे initiative “Innovations for Defence Excellence” यानी iDEX की सफलता का सूचक है। iDEX ने अब तक अनेक home-grown technologies को विकसित होने और आगे बढ़ने में मदद की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर हमें विकास करना है, तो प्रतियोगिता को हमें पुन: परिभाषित करना होगा। अगर हम पुरानी प्रौद्योगिकियों और पुराने प्रणाली से आगे बढ़ने के बारे में सोचेंगे, तो हम उन देशों से दो दशकों से हमेशा ही पीछे रहेंगे। इसलिए आज आवश्यकता है कि हम नए तरीकों से सोचें और उन तरीकों के अनुसार आगे बढ़े।
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि एक दूसरी बात, कि जो पारंपरिक चीजें चली आ रही हैं, उसमें हमारा प्रयास हो कि हम कुछ नया करें। इसका एक बड़ा उदाहरण, हमारे देश में विकसित UPI payment का तरीका है। यह तरीका पूरी दुनिया को भारत की देन है, जिसे आप जैसे युवाओं ने ही विकसित किया है। उन्होंने कहा कि अगर हमें, अन्य देशों से आगे निकलना है, तो नए लोगों, और Start-ups को सामने आना आवश्यक है। मेरी नज़र में Start-up का अर्थ है, new energy, Start-up का अर्थ है, New Commitment, और Start-up का अर्थ है, New Enthusiasm। उन्होंने कहा कि आज, आज़ादी के 75 सालों के बाद हमें अवसर मिला है, कि ‘Design our Destiny’ के पथ पर आगे बढ़ें। आगे से हमारा मंत्र होना चाहिए ‘Design our Destiny’ यानि हम अपने पुरुषार्थ, अपनी क्षमताओं और अपने संकल्प से अपनी Destiny के Design की ओर आगे बढ़ें; उसका निर्माण करें।