बीजापुर ब्रेकिंग। राज्य युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह पर एक वर्ष के लिए जिला बदर की कार्रवाई की गई है. कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी राजेन्द्र कटारा ने आदेश जारी किया है. अजय के विरुद्ध कई आपराधिक प्रकरण के मद्देनजर न्यायलय कलेक्टर में सुनवाई के बाद कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी ने आदेश जारी किया है.पीसीसी मेंबर रहे अजय को वर्तमान विधायक विक्रम मंडावी के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर लगातार बयान बाजी के मद्देनजर पहले पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है. इसके अलावा राज्य युवा आयोग सदस्य के पद से भी हटाया जा चुका है.अब चुनाव आचार संहिता के बीच जिला बदर की कार्रवाई की गई है. अजय ने अपने विरुद्ध कार्रवाई को गलत ठहराते उच्च न्यायालय में फैसले को चुनौती देने की बात कही है. साथ ही फैसले को दुर्भावनापूर्ण ठहराते कलेक्टर पर विधायक के इशारे पर काम करने का आरोप भी लगाया है.बीजापुर कलेक्टर व विधायक पर लगाया था आरोपकांग्रेस के निष्कासित नेता अजय सिंह ने बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा के साथ-साथ विधायक विक्रम शाह मंडावी पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया था। अजय सिंह ने कलेक्टर और विधायक पर 14वें, 15वें और 16 वें वित्त आयोग की राशि में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजापुर के तत्कालीन कलेक्टर केडी कुंजाम ने उनकी शिकायत पर सभी पंचायतों पर वित्तीय राशियों के आहरण पर प्रतिबंध लगाया था। परंतु, वर्तमान कलेक्टर ने तत्कालीन कलेक्टर के आदेश को निरस्त किए बिना ही 14वें, 15वें और 16वें वित्त की राशि से खरीदी और निर्माण कार्य के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया है।भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले युवा नेता को कांग्रेस ने पहले पार्टी से निष्कासित किया और फिर पद से इस्तीफा दिलवाया। कांग्रेस को भ्रष्टाचार पसंद है। इसलिए भ्रष्टाचारी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर कार्रवाई कर रही है।