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नक्सलियों ने सुरंग में बनाई थी हथियार बनाने की फैक्ट्री, जवानों ने ध्वस्त कर कई घातक हथियार किए बरामद

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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी है, दंतेवाड़ा जिले के बाद जवानों ने सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र तुमरेल और तलपेरु नदी के किनारे नक्सलियों द्वारा बनाए गए सुरंग को ध्वस्त किया है. इस सुरंग में नक्सली बाकायदा देसी हथियार बनाने की फैक्ट्री चला रहे थे.

जवानों ने सुरंग से बम और देसी हथियार भी बरामद किया है. दरअसल, पिछले कुछ सालों से नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को ध्वस्त करने के बाद से नक्सली नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लेथ मशीन से देसी हथियार बना रहे हैं. साथ ही सुरंग बनाकर इस वारदात को अंजाम दे रहे हैं. जवानों के द्वारा इस हथियार की फैक्ट्री को ध्वस्त किए जाने से माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचा है.

सुरंग के भीतर कमरा बनाकर तैयार किए जाते थे हथियार

सुकमा एसपी किरण चव्हाण का कहना है कि पिछले 5 दिनों से सुकमा डीआरजी की टीम और कोबरा के जवान नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना कहे जाने वाले इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, इसी ऑपरेशन के तहत सुकमा- बीजापुर के बॉर्डर एरिया में मौजूद तुमरेल और तलपेरु नदी के किनारे जवानों को नक्सलियों के द्वारा बनाया गया सुरंग मिला, जवान जब नक्सलियों के बने सुरंग में पहुंचे तो उनके होश उड़ गए.

सुरंग में बम और बंदूके बनाने की पूरी फैक्ट्री नक्सलियों ने लगा रखी थी, नक्सलियों ने बाकायदा इस सुरंग के अन्दर जाने के लिए एक सकरा रास्ता बनाया हुआ था, ताकि किसी को भी भनक ना लगे, और उसके ऊपर ताड़ पेड़ के पत्तों से और लकड़ी के बल्ले से पूरी तरह से ढक दिया, सुरंग के अंदर पूरा का पूरा एक कमरा बना हुआ मिला, और इस कमरे के अंदर कई तरह की लेथ मशीने लगी हुई मिली.

सुकमा एसपी ने बताया कि इस सुरंग की गहराई लगभग 10 से 12 फीट की थी और इसके अंदर बम और बंदूकें बनाने की लेथ मशीन और इसके अलावा बड़ी संख्या में लोहे की रॉड, इसके अलावा तांबा के तार और लोहे के वायर की बंडल जो की बिजली की तार कहीं जा सकती है बड़ी मात्रा में नक्सलियों ने इस सुरंग में छुपा कर रखा हुआ था. जवानों ने मौके पर ही इस सुरंग को पूरी तरह से ध्वस्त कर लेथ मशीन को भी ध्वस्त कर दिया.

यह पहली बार नहीं है जब नक्सलियों की फैक्ट्री जंगल में मिली है. इससे पहले भी अबूझमाड़ के जंगल के भीतर नक्सलियों की लगाई गई लेथ मशीन पुलिस ने बरामद की है, लेकिन इसके मुकाबले सुकमा में मिली हथियार बनाने की लेथ मशीन काफी बड़ी दिखाई दे रही है. इधर नक्सलियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री को ध्वस्त करने से माओवादी संगठन को काफी बड़ा नुकसान पहुंचा है.

दंतेवाड़ा में भी नक्सलियों की सुरंग की गई थी ध्वस्त

गौरतलब है कि साल 2023 के फरवरी माह में भी दंतेवाड़ा जिले के एक और नक्सल प्रभावित क्षेत्र रेकावाया के इलाके में जवानों ने नक्सलियों के 90 मीटर सुरंग को खोज निकाला और उसे ध्वस्त किया था. वहीं, 1 साल में यह दूसरी बड़ी सफलता है. इसके अलावा जवानों को इस नक्सल विरोधी अभियान के तहत लगातार नक्सलियों की अस्थाई कैम्प से लेथ मशीन भी मिल रही है, जिसकी मदद से नक्सली लोहे के कारतूस और देसी बीजीएल सेल के अलावा भरमार बंदूकें और बम बनाते हैं.