रायपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान जो किसानों के दिल की बात सुनने का दावा किया है ,उस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा है कि राहुल जी क्या आपको पिछले पांच सालों से छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों की शराबबंदी की चीख नहीं सुनाई दे रही है क्या भाजपा नेता अरुण साव ने राहुल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा है कि क्या हुआ आपकी पार्टी के 2018 के घोषणा पत्र का जिसमें आपकी पार्टी और उसके नेताओं ने पत्रकार-वार्ता लेकर छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों से शराबबंदी का वादा किया था। आप छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान खेतों में उतरकर ड्रामा करने के बजाय सीधे तौर पर बताएं कि राज्य में कब शराबबंदी होगी।
शराबबंदी होगी भी या नहीं।अरुण साव ने कहा कि आपकी पार्टी ने पिछले बार छत्तीसगढ़ की जनता का समर्थन हासिल करने के लिए शराबबंदी की घोषणा की थी, लेकिन सरकार बनते आपके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी शराबबंदी के स्थान पर नशाबंदी का राग अलापने लगे हैं। कोरोना काल में एक-दो लोगों की स्प्रिट पीने से मृत्यु की आड़ लेकर भूपेश सरकार ने आम दिनचर्या में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के बजाय शराब दुकानों को पहले खुलवाना सुनिश्चित किया था।
प्रदेश की जनता इस तथ्य को भलीभांति समझती है कि शराब दुकानों को खुलवाने के पीछे किसको लाभ पहुंचाना उद्देश्य था, ईडी की शराब घोटाले पर चार्जशीट आपके सरकार के कर्मों और आपके शागिर्दों की शर्मिन्दगीपूर्ण कृत्यों का जीता-जागता मजबूत दस्तावेज बन गया है।साव ने कहा कि राहुल जी आप आपने मुख्यमंत्री से पूछिए कि शराबबंदी को नशाबंदी में कैसे बदल दिया गया है और शराबबंदी क्यों नहीं हो पा रही है ,जिस नशाबंदी की बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं ,वो सूखा नशा गली कूचों में खुलेआम धड़ल्ले से बिक रहा है और प्रदेश का युवा शराब के साथ-साथ सूखे नशे की चपेट में आ चुका है।
सवाल आपकी नियत का है शराब आपके लिए गरीबों को नशे के दलदल में धकेल कर अवैध उगाही का साधन बन चुका है,जिसका बड़ा हिस्सा अपनी कुर्सी बचाने के काम में इस्तेमाल किया गया था। शराब औऱ सूखे नशे की अवैध बिक्री ,नकली होलोग्राम वाली शराब की सरकारी शराब की दुकानों से बिक्री ,शराब माफियाओं के कार्टेल से कमाई और डिस्टलरीज में आपके चहेते अधिकारियों के संरक्षण में होने वाली सारी अवैध गतिविधियों की कमाई कहां तक जा रही है ,ये किसी से छिपा नहीं है।उन्होंने कहा कि राहुल जी यदि आप सही मायनों में किसानों के दिल की बात सुनने का दावा करते हैं ,तो ये बताईये कि आप छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों की शराबबंदी की दिल की बात सुन पा रहे हैं या नहीं या फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आपके कानों में रुई डाल दी है शराब से होने वाली अवैध कमाई की।